Fri. Apr 26th, 2024

गाजियाबाद। विश्व प्रसिद्ध कवि डॉ कुंवर बेचैन की पहली पुण्यतिथि पर आरडीसी, राज नगर में भव्य काव्य गोष्ठी “काव्यांजलि” का आयोजन कर बेचैन साहब को श्रद्धांजलि दी गई। गोष्ठी में गाजियाबाद और आसपास के 70 रचनाकारों ने काव्य पाठ किया। आशुतोष बिंदल व अनिल साँवरिया की तरफ से नाथूज रेस्टोरेंट में आयोजित इस ऐतिहासिक काव्य गोष्ठी का संचालन शायर राज कौशिक ने किया। उन्होंने कहा कि कुंअर बेचैन सभी रचनाकारों को प्रोत्साहित करते थे। इसलिए ये निर्णय लिया गया कि उनकी पुण्यतिथि पर सभी इच्छुक रचनाकार अपनी श्रेष्ठ रचना का पाठ करें। डाॅ बेचैन की बेटी कवयित्री वंदना कुंअर रायजादा ने कहा कि बेचैन साहब के लिए पूरा साहित्य जगत ही एक परिवार की तरह था। वो  कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं रखते थे। बेचैन साहब की धर्मपत्नी संतोष व दामाद शरद रायजादा ने भी उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। गोष्टी के अध्यक्षता कर रहीं सुप्रसिद्ध कवयित्री डाॅ रमा सिंहने कहा कि बेचैन साहब जैसा रचनाकार सदियों में कोई कोई ही होता है। मुख्य अतिथि शहर विधायक अतुल गर्ग ने कहा कि बेचैन साहब की वजह से गाजियाबाद का नाम साहित्य के क्षेत्र में पूरी दुनिया में मशहूर हुआ है। विशेष अतिथि यूपी प्राविधिक शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष बलदेव राज शर्मा ने डाॅ बेचैन से जुड़े कई संस्मरण सुनाएं। विशेष अतिथि वरिष्ठ भाजपा नेता पृथ्वी सिंह कसाना ने कहा कि कुंवर बेचैन जैसी हस्तियों को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जाना चाहिए। इस मांग का सभी रचनाकारों और श्रोताओं ने समर्थन किया। काव्य पाठ करने वाले रचनाकारों में एच पी यादव फकीर, कुलदीप बरतरिया, डॉ आरती बंसल, डॉ तारा गुप्ता, गीतांजलि जादौन, मनु लक्ष्मी मिश्रा, नंदिनी श्रीवास्तव, रूपा राजपूत, मेजर प्राची गर्ग, राजीव सिंघल, रजनीश त्यागी राज, रेणुका सिंह, राजीव पांडे, संजय गिरी आदि प्रमुख रहे।कार्यक्रम की सह संयोजिका डॉ अर्चना सुहासिनी व गार्गी कौशिक और आयोजक आशुतोष बिंदल व अनिल साँवरियाने सभी का स्वागत किया।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.