- डॉ बी पी त्यागी के बनाए इंजेक्शन के लगने से बच्चे नार्मल लोगों की तरह ही सुनने लगते हैं
- ऐसा इंजेक्शन बनाने वाले विश्व के पहले चिकित्सक हैं डॉ बी पी त्यागी
गाजियाबादः शहर के प्रसिद्ध ईनएनटी विशेषज्ञ व हर्ष ईएनटी अस्पताल के संस्थापक डॉ बी पी त्यागी का बनाया इंजेक्शन बधिर बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इससे बच्चे ठीक हो रहे हैं और वे नार्मल बच्चों की तरह ही सुन पा रहे हैं। डॉ बी पी त्यागी भारत ही नहीं पूरे विश्व के ऐसे पहले ईनएनटी विशेषज्ञ हैं, जिन्होंने यह इंजेक्शन बनाया है और बधिक बच्चों के लिए वे देवदूत के रूप में सामने आए हैं। डॉ बी पी त्यागी ने बताया कि हमारे खून व बोर्न में ऐसी सेल्स होती हैं जो कमजोर या खराब हो चुकी नसों को ठीक कर देती हैं। उन्होंने खून व बोर्न दोनों की सेल्स को मिलाकर यह इंजेक्शन बनाया। उन्हें यह इंजेक्शन बनाने में एक वर्ष का समय लगा। इस इंजेक्शन का रिजल्ट बहुत ही अच्छा रहा और यह इंजेक्शन जन्मजात बधिर बच्चों के लिए वरदान साबित हुआ। इससे उनको सुनाई देने लगा है। अभी तक एक हजार बच्चों को यह इंजेक्शन लगाया जा चुका है और 90 प्रतिशत से अधिक बच्चे ठीक हो चुके हैं। यह इंजेक्शन कान की नस के पास लगाया जाता है। इस इंजेक्शन को लगवाने के लिए भारत ही नहीं विदेशों से भी लोग अपने बच्चों को लेकर आ रहे हैं। अमेरिका, मिडल ईस्ट, नेपाल आदि देशों के बच्चे भी अस्पताल में आकर इंजेक्शन लगवा चुके हैं और ठीक हो चुके हैं। इंजेक्शन की सफलता को देखते हुए अब अन्य डॉक्टरों ने भी इस पर स्टडी करना शुरू कर दिया है। उनके पास मणिपाल मेडिकल कॉलेज से भी फोन आया है और वहां के चिकित्सक भी इस पर स्टडी करना चाहते हैं। डॉ बी पी त्यागी ने बताया कि यह इंजेक्शन 15 दिन में एक बार लगता है। पहला इंजेक्शन का खर्चा वर्ष आठ से 10 हजार का होता है। उसके बाद दो हजार रूपये कम होते चले जाते हैं। यदि कोई बच्चा गरीब है, आर्मी में जाना चाहता है या अन्य किसी भारतीय सेवा में जाना चाहता है तो उसके लिए यह इंजेक्शन फ्री है।