आयोजन
- 31 अगस्त को होगी भगवान गणेश की स्थापना
- रोजाना लगेगा 1100 लड्डुओं का भोग, सैकड़ों भक्त रहेंगे मौजूद
- 9 सितंबर को मुरादनगर स्थित गंगनहर में होगा विसर्जन
- विसर्जन से पहले निकाली जाएगी शोभायात्रा
गाजियाबाद। प्राचीन श्री दूधेश्वर नाथ महादेव मठ मंदिर में बुधवार से हर वर्ष कि भांति इस वर्ष भी गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा। मंदिर के महंत नारायण गिरी महाराज ने बताया कि सर्वप्रथम श्री गणेश महाराज की स्थापना 31 अगस्त को भाद्रपद शुक्ल पक्ष के दिन भगवान गणेश महाराज की स्थापना उनके और मंदिर विकास समिति के उपाध्यक्ष अनुज धर्म गर्ग द्वारा मंदिर परिसर में की जायेगी। इस दौरान सैकड़ों भक्त मौजूद रहेंगे। जहां प्रतिदिन 1100 लड्डूओ का भोग लगाया जायेगा। गणेश जी कि स्थापना 31 अगस्त को प्रातःकाल 10:30 बजे से 12:30 तक कि जायेंगी गई। जिसमे गणेश जी को भोग लगाने के लिए प्रतिदिन 1100 किलो लड्डूओं का भोग लगाया जायेगा जो कि जिसमे आटा ,चीनी ,देस घी,बूरादा,खोपरा,बेसन,गोद,पंचमेवा,गोंद,इलाईची ,आदि से तैयार किया जायेगा। महन्त नारायणगिरि जी महाराज व मन्दिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग परिवार एवं दुधेश्वर वेद विध्यापीठ के आचार्य एवं छात्रों द्वारा मन्त्रोच्चारण साथ स्थापना एवं प्रतिदिन सुबह 10:30 बजे से 12:30बजे तक मन्त्रोच्चार के साथ दुर्बा सहस्त्रनाम से पुजन अर्चना कर लड्डूओं का भोग लगाया जायेगा। यह कार्यक्रम आठ दिन तक चलेगा। जो 8 सितंबर सम्पूर्ण होगा। 31 अगस्त से प्रतिदिन 8 सितम्बर तक रोजाना सुबह लड्डूओं का भोग लगाकर शाम को विख्यात कलाकारों द्वारा भजन एवं नृत्य नाटिका प्रस्तुति देंगे । तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया जायेगा एवं 9 सितम्बर को सवेरे दस बजे श्री दुधेश्वर मन्दिर से शोभायात्रा निकाली जायेगी। मन्दिर से रवाना होकर दुधेश्वर चौक ,दिल्ली गेट, चौपला मन्दिर ,डासना गेट, रमते राम रोङ ,गंज ,डाउन होल,चौपला मन्दिर, से सिहानी गेट होती हुई मीनामल कि धर्मशाला से गंगनहर मुरादनगर मे मूर्ति का विर्सजन किया जायेगा। जिसमे रथ ,पाच प्रकार अलग अलग बैण्ड , सहारनपुर, उत्तराखंड, नासिक, हरियाणा, पंजाब का भागडा ,मेरठ,गुजराती डाडिया झाकी,तासे,घोडे रथ पर सवार गणपति बप्पा आदि के साथ दूधेश्वर घाट मुरादनगर मे विसर्जन किया जायेगा ।