Sat. Apr 20th, 2024

बेचैनी
10 मार्च को पता चलेगा किसकी किस्मत चमकेगी
मतदाताओं की चुप्पी ने बढ़ा रखी है प्रत्याशियों की परेशानी
जीत को लेकर अनुमान साबित हो सकते हैं गलत

राजकुमार राणा
गाजियाबाद। 10 मार्च जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे प्रत्याशियों की धडकनें भी तेज होती जा रही हैं। 10 मार्च को क्या होगा और ईवीएम से उनकी कितनी वोट निकलेगी। यह सोचकर प्रत्याशियों के साथ उनके समर्थकों की भी धडकनें बढती जा रही हैं। जीत के लिए भगवान के दरबार में हाजिरी लगाई जा रही है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं। चुनाव के छह चरण हो चुके हैं और चुनाव का अंतिम व सांतवां चरण सात मार्च को होना है। गाजियाबाद की पांचों विधानसभा सीटों पर पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान हुआ था। सातों चरणों की मतगणना गुरूवार 10 मार्च की सुबह से शुरू हो जाएगी। गाजियाबाद में गोविंदपुरम स्थित मंडी में मतगणना होनी है, जहां ईवीएम की कडी सुरक्षा की जा रही है। प्रत्याशियों की तरफ से ईवीएम की सुरक्षा के लिए कार्यकतार्ओं की डयूटी लगाई गई है। मतगणना का दिन जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे ही की दिल की धडकन भी बढती जा रही है। जीत के लाख दावों के बावजूद 10 मार्च को कौन बाजी मारेगा और इस बार किस की होली मीठी होगी और किसकी कडवी यह कह पाना मुश्किल है। दरअसल इस बार बहुत से मतदाता ऐसे रहे, जिन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले और इस बात की हवा तक नहीं लगने दी कि उन्होंने किसको वोट दिया है। ऐसे मतदाताओं ने ही प्रत्याशियों का दिन का चैन व रात की नींद उडा रखी है। प्रत्याशियों के समर्थक व शुभचिंतक उन्हें तनावमुक्त के लिए भरोसा दिला रहे हैं कि जीत उन्हीं की होगी। इसके लिए पूरा जोड-तोड भी लगा रहे हैं, जब तक 10 मार्च नहीं आ जाती, मतगणना शुरू नहीं हो जाती और परिणाम घोषित नहीं हो जाता। तब तक तो प्रत्याशियों व उनके समर्थकों को चैन मिलने वाला नहीं है।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.