- भारतीयों को प्राचीन वैदिक संस्कृति से रूबरू करा रहे हैं श्रीमहंत नारायण गिरि
एकता ज्योति संवाददाता
अमेरिका। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा व राष्ट्रीय अध्यक्ष दिल्ली एनसीआर सन्त महामण्डल दिल्ली श्रीमहंत नारायण गिरि इन दिनों अमेरिका में 26 दिन की धार्मिक यात्रा पर हैं। 10991 स्ट्रीट पीनलश पार्क फ्लोरिडा अमेरिका में उन्होंने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के बाद अंबा मंदिर में अंबा देवी के दर्शन-पूजन व आरती की । मंदिर में उन्होंने मां की पूजा-अर्चना की और सभी की खुशहाली की कामना की। मंदिर के आसपास भारतीय मूल के गुजराती लोग ज्यादा प्रवास करते हैं। भारती की प्राचीन वैदिक सनातन संस्कृति से दूर भारतीय मूल के लोगों को श्रीमहंत नारायण गिरि ने भारतीय संस्कृति से रूबरू कराया। वे विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों को अपनी भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक कर रहे हैं और ईश्वर के मार्ग पर चलकर कैसे जीवन को सरल आनन्दित बनाये, इसकी जानकारी भी लोगों को दे रहे हैं। श्रीमहंत नारायण गिरि ने भारतीय मूल के लोगों को बताया कि वैदिक मंत्रों के श्रवण एवं ध्यान साधना से जीवन में शान्ति प्राप्त कर सकते हैं जो कि आज के व्यस्ततम् जीवन में बहुत अनिवार्य है। सभी चीजों के साथ हमें आध्यात्म चिंतन अवश्य करना चाहिए क्योंकि प्राण देने वाले परम पिता परमेश्वर हैं। अत: समय निकल कर उनका अन्त:करण से ध्यान करना चाहिए। मनुष्य शरीर का निर्माण करने वाले माता-पिता की सेवा करनी चाहिए व भगवान नाम का जाप करना चाहिए। ऐसा करके हम जीवन को सुख शान्ति समृद्धि से परिपूर्ण पा सकते हैं। हमारे वैदिक संस्कृति में परम पिता परमेश्वर के बाद माता पिता व गुरु ही हमारे जीवन के मार्ग दर्शक है। हमें नत तीनों से जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है इसलिए अपने जीवन में भगवान नाम करें चिन्तन माता पिता गुरू की सेवा करें तो निश्चित ही हम सदैव अपने कार्य में सफल होंगे।